रुडकी, अगस्त 20 -- हरिद्वार जिले में इंडियन ऑयल के दो लाख 52 हजार रसोई गैस उपभोक्ताओं में से एक लाख 77 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं जिनके पास सिर्फ एक सिलेंडर वाला रसोई गैस कनेक्शन हैं। यदि आपातकाल की स्थिति में इनका सिलेंडर खत्म हो जाए तो इन्हें बाजार से सौ से दो सौ रुपये अतिरिक्त देकर नया सिलेंडर खरीदना पड़ता है। यहीं वजह है कि भारत सरकार और तेल कंपनी के लगातार प्रयास के बाद भी प्रदेश में रसोई गैस की कालाबाजारी कम होने का नाम नहीं ले रही है। हालांकि, भारत सरकार के निर्देश के बाद तेल कंपनियों ने प्रदेश में सभी उपभोक्ताओं के लिए दो सिलेंडर वाला गैस कनेक्शन यानी डबल बॉटल सिलेंडर की व्यवस्था लागू कर दी है। कारण ये है कि उपभोक्ता के पास एडवांस रुप से एक भरा हुआ सिलेंडर उपलब्ध रहेगा। इसके अलावा बाजार में रसोई गैस की कालाबाजारी पर लगाम लग सकेगी। हरिद...