मुजफ्फरपुर, मार्च 9 -- मुजफ्फरपुर। डॉक्टर हैनीमैन के सिद्धांतों को अपनाने वाले होम्योपैथिक चिकित्सक झोलाछाप डॉक्टरों से परेशान हैं। उनका कहना है कि झोलाछाप डॉक्टर होम्योपैथी के सिद्धांत का गलत इस्तेमाल कर इस पद्धति को बदनाम कर रहे हैं। होम्योपैथी में एकल दवा देने का सिद्धांत है, मगर झोलाछाप कई सारी दवाएं लिखकर मरीजों को परेशान कर रहे हैं। कई बार मरीजों का मर्ज इन झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से बढ़ जाता है। विभाग को इनपर रोक लगानी चाहिए। होम्योपैथिक डॉक्टरों का कहना है कि जिला स्वास्थ्य समिति की तरह आयुष समिति का गठन हो, ताकि होम्योपैथ की समस्याओं का समाधान एक जगह ही हो जाये। सरकार को इसके लिए पहल करते हुए जल्द से जल्द राज्य में आयुष विभाग का गठन करना चाहिए। जिले के होम्योपैथिक डॉक्टर कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। बिहार का एकमात्र सरकारी मेडिकल क...