कुशीनगर, मई 4 -- पडरौना। संदीप त्रिपाठी बढते गर्मी और पछुआ हवाओं के बीच आग ने जिले में खूब तांडव मचाई है। इससे आग लगने की घटनाएं चहुंओर बढ़ी हैं। प्रत्येक साल सैकड़ों स्थानों पर आग लगने की घटनाएं होती हैं। इनमें करोड़ों का नुकसान जनपदवासियों को उठाना पड़ता है। आग की घटनाओं से निपटने में अग्निशमन विभाग ज्यादा उपयोगी साबित नहीं हो पाता है। विभाग के पास सिर्फ तहसील स्तर पर अग्निशमन केंद्र के कार्यालय हैं। दो स्थान पर केंद्रों का काम निर्माणाधीन है, सिर्फ चार स्थान से विभाग पूरे जिले में लगी आग की घटनाओं पर अंकुश लगाने का प्रयास करता है। इसका नतीजा होता है कि आग से तबाही मचने और लोगों के प्रयास से आग बुझ जाने के बाद अग्निशमन केंद्रों की गाड़ियां मौके पर पहुंचती हैं। मौजूदा सीजन में 454 से अधिक आगलगी की घटनाएं हुई हैं। इसमें करीब 17 करोड़ रूपय...