पाकुड़, सितम्बर 25 -- पाकुड़, हिटी। नवरात्रि का तीसरे दिन बुधवार को मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा की पूजा की हुई। शहर के सिंहवाहिनी मंदिर, शहरकोल दुर्गा मंदिर, तलवाडांगा स्थित महाकाल मंदिर, बागतीपाड़ा स्थित जय माता दी मंदिर, श्यामनगर स्थित दुर्गा मंदिर, सिंधीपाड़ा स्थित वैष्णोदेवी मंदिर सहित अन्य स्थानों पर मां के तीसरे रूप देवी चंद्रघंटा की आराधना भक्ति भाव से की गयी। पुरोहित बिनोद झा ने बताया कि मां दुर्गा का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घण्टे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण देवी का नाम चंद्रघण्टा पड़ा है। इनके शरीर का रंग स्वर्ण के समान चमकीला और वाहन सिंह है। इस देवी के दस हाथ माने गए हैं और ये कमल, धनुष, बाण, खड्ग, कमंडल, तलवार, त्रिशूल और गदा आदि जैसे अस्त्र और शस्त्र से सुसज्जित हैं। इनके कंठ में ...