गाज़ियाबाद, नवम्बर 24 -- गाजियाबाद। जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए अब निजी डॉक्टरों और लैब संचालकों के साथ समन्वय कर तुंरत जानकारी ली जा सकेगी। इसी सप्ताह निजी डॉक्टरों और लैब टेक्नीशियनों से स्वास्थ्य विभाग बैठक करेगा और उनके पास आने वाले टीबी मरीजों की रिपर्टिंग ऑन टाइम करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि निजी और सरकारी क्षेत्र के समन्वित प्रयास से 2025 तक जिले को टीबी मुक्त मॉडल के रूप में स्थापित किया जा सके। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनिल यादव का कहना है कि निजी अस्पतालों और डायग्नोस्टिक सेंटरों में रोजाना बड़ी संख्या में सांस और फेफड़ों से संबंधित मरीज पहुंचते हैं। ऐसे में टीबी संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट विभाग तक आने से समय पर इलाज शुरू करने में मदद मिलेगी। मरीज को पोषण भत्ता, मुफ्त दवाएं भी विभाग की तरफ ...