संतकबीरनगर, अगस्त 9 -- संतकबीरनगर, निज संवाददाता। शासन की मंशा है कि गांव के अस्पताल में ही एंटी स्नैक इंजेक्शन मुहैया हो। ताकि आसपास के गांव में किसी को सांप डंसता है तो उसका इलाज फौरी तौर पर उसके निकट वाले अस्पताल में हो जाए। समय पर इलाज होने से मरीज के मरने की आशंका कम होती है। शासन की मंशा जिले में आकर दम तोड़ देती है। जिले के 17 पीएचसी पर एंटी स्नैक इंजेक्शन की आपूर्ति नहीं की गई है। इसकी वजह है कि यहां पर एलोपैथ चिकित्सक की तैनाती ही नहीं है। इसकी वजह से इंजेक्शन की आपूर्ति नहीं की गई है। जिले में एलोपैथ चिकित्सकों की कमी के चलते सर्पदंश के मरीजों का मुकम्मल इलाज नहीं हो पा रहा है। गांव स्तर पर 17 पीएचसी वाले चिकित्सालयों में एलोपैथिक चिकित्सक नहीं हैं। यहां की चिकित्सा व्यवस्था आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सक के सहारे चल रही है। ...