सहारनपुर, मई 5 -- सहारनपुर। जिले की उखड़ी हुई सड़कों से उड़ती धूल और वाहनों से निकलता जहरीला धुआं अब लोगों के लिए जानलेवा बनता जा रहा है। इनके कारण पिछले एक साल में अस्थमा मरीजों की संख्या 30 फीसद तक बढ़ गई है। जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 40 मरीज अस्थमा पीड़ित पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार शहर की हकीकतनगर जैसी प्रमुख सड़कों की हालत बेहद खराब है। जगह-जगह गड्ढे और टूटी सड़कें से न केवल आना जाना मुश्किल हो रहा है, बल्कि उड़ती धूल सांस संबंधी बीमारियों को भी जन्म दे रही है। सबसे अधिक असर बच्चों और बुजुर्गों पर देखने को मिल रहा है, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता पहले से ही कमजोर होती है। फसल कटाई भी बढ़ा रही प्रदूषण चिकित्सकों की मानें तो सड़कों की मरम्मत में लापरवाही और गेहूं कटाई के मौसम में खेतों से उड़ती धूल मिलकर प्रदूषण को कई गुना ब...