मुंगेर, अप्रैल 9 -- मुंगेर , निज प्रतिनिधि। मुंगेर जिले के लोग अब भी नहीं चेतेंगे, तो आने वाले समय में पानी की संकट से जूझना पड़ सकता है। पिछले साल की तुलना में 31 मार्च 2025 तक जिले के सभी प्रखंडो में ग्राउंड वाटर लेवल कहीं 2 फीट कहीं 3 फीट तो कहीं 5 फीट अधिक नीचे गिर गया है। गौरतलब है कि मुंगेर जिला गंगा के तट पर बसा हुआ है। बावजूद यहां पानी की समस्या बनी रहती है। जबकि जिले में भू-जलस्तर को बढ़ाने और उसे बरकरार रखने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग की योजनाओं पर खूब खर्च हुआ है। बावजूद गर्मी शुरू होते ही भू-जलस्तर नीचे की ओर जा रहा है। अभी अप्रैल महीने की शुरुआत ही हुई और जिले में भू-जलस्तर पाताल की ओर जाने लगा है। ऑवर ऑल जिले की बात करें तो इस वर्ष मार्च माह तक ढाई से तीन फीट तक जलस्तर नीचे जा चुका है। सबसे खराब स्थिति टेटिया बंबर प्रखंड की है ,...
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