पूर्णिया, फरवरी 16 -- जलालगढ़, एक संवाददाता। जिला संतमत सत्संग का 66वां वार्षिक अधिवेशन के प्रथम दिन का सत्संग 15 फरवरी को प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में मंच का संचालन डॉ. विश्वनाथ मेहता के द्वारा किया गया जबकि अभिनंदन प्रो. कमल किशोर सिंह ने किया। सत्संग का प्रारंभ करते हुए स्वामी भागीरथ बाबा ने उपस्थित सत्संग प्रेमियों को कर्म फल के विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शरीर इंद्रियों और मायिक जड़ आवरण से चैतन्य आत्मा को अलग कर परमात्मा को पाना केवल ध्यान साधना ही हो सकता है। स्वामी प्रमोद बाबा ने कहा कि सत्संग से ही जीवन सफल हो सकता है। कर्म ही जीवन है। सत्संग में स्वामी निर्मल बाबा, स्वामी परमानंद बाबा, स्वामी अनमोल बाबा, स्वामी गुरु प्रसाद बाबा, रविंद्र बाबा, रमेश बाबा, गणेशानंद बाबा स्वरूपानंद बाबा आदि ने अपने प्रवचन से सत्संग प्रेमियों ...