गुमला, दिसम्बर 19 -- गुमला, संवाददाता। जिले के पारंपरिक कारीगरों के हुनर को अब पहचान और बाजार दोनों मिलेंगे लगे हैं। डीसी प्रेरणा दीक्षित के दिशा-निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे सतत प्रयासों से कारीगरों की मेहनत को सही मूल्य दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं। इससे स्थानीय उद्यम के सशक्त होने के साथ-साथ कारीगरों की आमदनी बढ़ने की उम्मीद जगी है। मुख्यमंत्री लघु व कुटीर उद्यम विकास बोर्ड के माध्यम से जिले के कारीगरों की पहचान और मैपिंग की गई। इसके बाद प्रशासन की ओर से उन्हें आधुनिक टूलकिट उपलब्ध कराए गए और कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण दिया गया,ताकि पारंपरिक हुनर को समय की मांग के अनुसार विकसित किया जा सके। कारीगरों को सुरक्षित व सुविधाजनक कार्यस्थल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एससीए मद से कॉमन फैसिलिटी सेंटर भवन की व्यवस्था की गई। ...