सिद्धार्थ, नवम्बर 2 -- सिद्धार्थनगर। जिला कारागार में शनिवार को नई आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्तिभाव से परिपूर्ण तीन दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का शुभारंभ प्रवचनकार आचार्य रोहित शुक्ल ने किया। इस दौरान पूरे कारागार परिसर में भजन, कीर्तन और आत्मचिंतन की ध्वनियों से वातावरण गूंज उठा। आचार्य रोहित शुक्ल ने कहा कि जीवन में सबसे बड़ी स्वतंत्रता वह है जो मन और विचारों में शांति लाती है। सत्संग वह माध्यम है जो व्यक्ति को नकारात्मकता से निकालकर आत्मज्ञान की ओर अग्रसर करता है। उन्होंने बंदियों को जीवन में परिवर्तन, सदाचार और भक्ति मार्ग को अपनाने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के बंदियों ने उत्साह व भक्ति भावना के साथ भाग लिया। उन्होंने भजन-कीर्तन, ध्यान और सामूहिक प्रार्थना के माध्यम से अपने भीतर की शांति को अनुभव किया। कारागार प्रशासन की पहल पर आयोजित यह तीन ...