उन्नाव, अप्रैल 16 -- उन्नाव,संवाददाता। जिला अस्पताल में रक्तस्त्राव विकार हीमोफीलिया के इलाज की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में मरीज लखनऊ, कानपुर जैसे महानगरों की दौड़भाग करने को मजबूर हैं। इससे शारीरिक कष्ट के साथ आर्थिक कष्ट भी झेलना पड़ रहा है। हीमोफीलिया एक दुर्लभ, गंभीर आनुवांशिक विकार है। इसमें मरीज के खून में रक्त जमने की प्रक्रिया सामान्य नहीं होती है। ऐसे में हर साल 17 अप्रैल को हीमोफीलिया के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विश्व हीमोफीलिया दिवस मनाया जाता है। इस साल की थीम महिलाओं और किशोरियों को रक्तस्त्राव विकारों के प्रति जागरूक करने पर आधारित है। बालरोग विशेषज्ञ डॉ. अमित श्रीवास्तव ने बताया कि हीमोफीलिया बीमारी गंभीर है, लेकिन नियंत्रित की जाने वाली बीमारी है। यह अनुवाशिंक होती है, जो बच्चों को परिजनों से मिलती है। आमतौर पर सामान्य ...