मेरठ, अगस्त 27 -- कुत्ते, बंदर के काटे हुए गंभीर जख्मी मरीजों को जिला अस्पताल में रैबीज वैक्सीन सीरम दी जाती है। जिन मरीजों में कुत्ते, बंदर के काटने पर खून निकल जाता है और कुत्ते की लार इंसान के खून में मिल जाती है, ऐसे मरीजों को रैबीज इंजेक्शन के साथ सिरम भी लगाया जाता है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। पिछले दो सप्ताह से जिला अस्पताल में सीरम वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। गंभीर मरीजों को सीरम के दिल्ली हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है। वहीं एसआईसी डॉ. सुदेश कुमारी ने बताया कि सिरम अभी उपलब्ध नहीं है। उच्च अधिकारियों को इससे अवगत कराकर डिमांड भेजी हुई है। जैसे ही सिरम यहां आ जाएगा, यह सुविधा भी शुरू कर दी जाएगी।

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