संतकबीरनगर, सितम्बर 14 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के रीढ़ की हड्डी के पास पीठ में ट्यूमर का आपरेशन बचपन में हो चुका था। विवाह के बाद महिला जब गर्भवती हुई तो जटिल प्रसव की स्थिति में सर्जरी के अड़चनें आने लगी। पूर्व में आरेशन होने होने की वजह से स्पाइनल एनेस्थेसिया दिया नहीं जा सकता है। संतकबीरनगर के जिला अस्पताल ऐसे में प्रसूता का आपरेशन करने के लिए लारिंगोस्कोपी तकनीक का प्रयोग किया गया जो अब तक एसजीपीजीआई और राम मनोहर लोहिया हास्पिटल में प्रयोग किया जाता रहा। जिला असपताल के बेहोशी चिकित्सक डा. संतोष तिवारी ने मरीज की विधिवत जांच की और लारिंगोस्कोपी विधि से बेहोशी देने का फैसला लिया। इसके लिए सर्जन केएसआर कनौजिया को बुलाया गया। दोनों चिकित्सकों ने शनिवार की शाम को तकरीनबन पांच बजे मड़या की रहने वाली प्रसूता का सफल आप...