उन्नाव, अक्टूबर 31 -- उन्नाव। इन दिनों जिला अस्पताल का डायग्नोस्टिक विंग जांच केंद्र कम, प्रयोगशाला ज्यादा बन गया है। यहां मानक और नियम ताक पर रख दिए गए हैं। इन दिनों लैब में बाहरी और अपंजीकृत लोग मरीजों की जांच कर रहे हैं। इससे न केवल रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, बल्कि मरीजों की गोपनीय जानकारी भी खतरे में आ गई है। मौसम का बदलाव मरीजों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। इन दिनों संक्रामक बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़े हैं। डॉक्टर खून की जांच कराने की सलाह देते हैं। ऐसे में जिला अस्पताल के डायग्नोस्टिक विंग में प्रतिदिन औसतन 250 मरीज जांच कराने पहुंच रहे हैं। इनमें ब्लड, यूरिन, शुगर, थायरॉयड से लेकर विभिन्न संक्रमणों की जांचें शामिल हैं। इन मरीजों को गुणवत्तापूर्ण जांच रिपोर्ट मिल सके, इसके लिए शासन ने पैथोलॉजी लैब के लिए...