संतकबीरनगर, जुलाई 12 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में जीवित व्यक्ति को न्यायालय में मृत बताने वाली महुली पुलिस पर तमाम तरह के सवाल उठने शुरू हो गए हैं। पुलिस ने न्यायालय में प्रेषित अपनी रिपोर्ट में केवल परिजनों के बयान और प्रधान के पत्र का हवाला दिया है। जबकि यदि पुलिस चाहती तो अपने सूत्र और चौकीदार के जरिए सच्चाई का पता लगा सकती थी। लोगों की माने तो पुलिस ने आरोपी को बचाने का प्रयास किया, यही कारण है कि गांव में खुले आम घूम रहे एनडीपीएस के वांछित को न्यायालय में मृतक बता दिया गया। हालांकि न्यायालय में मामला खुलने के बाद अब पुलिस के जिम्मेदार भी परेशान हैं। क्योंकि न्यायालय ने 13 अगस्त को महुली थानाध्यक्ष के साथ ही ग्राम प्रधान को भी तलब किया है। जिले के न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम के यहां एनडीपीएस वाद संख्या 09/...
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