नई दिल्ली, अगस्त 13 -- दुनिया के ऐसे कई देश हैं, जहां आबादी का संकट गहरा रहा है। इनमें भारत का मित्र देश जापान प्रमुख है, जहां आबादी लगातार 16वें साल गिरी है। 2024 में जापान की आबादी में 9 लाख 8 से ज्यादा की गिरावट आ गई। इसका अर्थ हुआ कि देश में पैदा होने वाले लोगों से कहीं ज्यादा संख्या मरने वालों की है। यदि ऐसी ही स्थिति जारी रही तो जापान आने वाले कुछ सालों में अस्तित्व के संकट से जूझ रहा होगा। जापान को स्वस्थ लोगों और दीर्घायु जीवन के लिए जाता है। लेकिन लगातार युवा आबादी कम होना और बुजुर्गों की संख्या में इजाफा होना वहां के स्वास्थ्य ढांचे पर भी बोझ बढ़ा रहा है। ऐसे हालात को जापान के पीएम शिगेरू इशिबा ने 'साइलेंट इमरजेंसी' करार दिया है। उनका कहना है कि देश में इंसानों की आबादी का संकट गहरा रहा है। उन्होंने कहा कि हम फैमिली फ्रेंडली पॉल...