दुमका, सितम्बर 13 -- दुमका। जिउतिया व्रत अश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता हैं। इस वर्ष यह व्रत 13 सितम्बर शनिवार नहाय खाय के साथ शुरू होगा। महिलाएं 14 सितम्बर रविवार को निर्जला व्रत पूजन कर उपवास रखेंगी। 15 सितम्बर सोमवार को सुबह पारण करने का शुभ मुहूर्त हैं। हिंदू धर्म में संताल प्राप्ति, संतान की लंबी आयु व सुख-समृद्धि के लिए कई व्रत हैं। जिउतिया व्रत रखने से वंश की वृद्धि होती हैं। यह व्रत निर्जला रखा जाता हैं। इस दिन माताएं अपने संतान के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। सप्तमी के दिन नहाय खाय के बाद अष्टमी से लेकर नवमी के दिन सूर्योदय के बाद व्रत खोला जाता हैं। इस व्रत को गंधर्व राजकुमार जीमूतवाहन के नाम पर रखा गया हैं। इस व्रत में जीमूतवाहन की पूजा की जाती हैं। भगवान जीमूतवाहन की कुशा से निर्मित प्रतिमा को धूम, दीप, अक्...