मुंगेर, सितम्बर 13 -- मुंगेर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जीवित्पुत्रिका व्रत का हिन्दु धर्म में विशेष महत्व है। इस व्रत को जितिया या जिउतिया भी कहा जाता है। इस दिन माताएं संतान की लंबी उम्र एवं स्वस्थ्य जीवन के लिए व्रत रखती हैं। यह व्रत कठिन व्रतों में एक है। महिलाएं व्रत के दौरान निर्जला रहती हैं। जीवित्पुत्रिका व्रत अश्विन महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस साल अष्टमी तिथि की शुरूआत 14 सितंबर को सुबह 8.41 हो रहा है, जबकि समापन 15 सितंबर को सुबह 6.27 पर होगा। ज्योतिष राकेश मिश्र ने बताया नहाय-खाय 13 सितंबर को एवं 14 सितंबर को व्रत रखा जाएगा। जबकि 15 सितंबर को सुबह व्रत का पारण किया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिउतिया व्रत जीमूतवाहन भगवान की पूजा की जाती है और भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। पूजा सामग्री की हुई ...