हापुड़, जुलाई 11 -- 500 रुपये रिश्वत लेने के आरोप में निलम्बित चल रहे लेखपाल ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। जिसको उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेखपाल सुभाष मीणा ने 15 घंटे जिंदगी के लिए जंग लड़ते हुए दम तोड़ दिया। लेखपाल की मौत की सूचना पर परिवार में कोहराम मच गया जबकि लेखपाल संघ में गुस्सा भर गया है। लेखपाल संघ कलेक्ट्रेट में धरना देकर कार्रवाई की मांग पर अड़ा है। पोस्टमार्टम के बाद लेखपाल का पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। बुधवार को लेखपालों के हंगामे के बीच पिलखुवा स्थित रामा मेडिकल से लेखपाल सुभाष मीणा को मैक्स हॉस्पिटल वैशाली के लिए रेफर किया गया था। रात को 10 बजे डीएम अभिषेक पांडेय भी लेखपाल के परिवार से मिलकर आए थे। लेखपाल की हालत क्रिटिकल थी, जिसने उपचार के दौरान रात को 3 बजे दम तोड...