नई दिल्ली, जून 13 -- जावेद अख्तर खुद को नास्तिक बताते हैं। वह अक्सर ईश्वर के न होने के पक्ष में अपने तर्क देते हैं। अब एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने धर्म की तुलना शराब से की। एक सर्वे का उदाहरण देते हुए बताया कि शराब और धर्म दोनों की ओवरडोज खतरनाक है। उन्होंने यह भी कहा कि शराब इतनी बुरी भी नहीं होती। अगर ऐसा होता तो इसे दवाओं में क्यों डाला जाता।डिनर से पहले 2 पेग पीना ठीक है जावेद अख्तर आज तक रेडियो में थे। इस दौरान वह धर्म पर बोले, 'ऐल्कोहॉल और धर्म में बहुत समानता है। अमेरिकियों ने एक बार सर्वे किया कि कौन ज्यादा जीता है, जो इंसान शराब नहीं पीता या जो एक दिन में पूरी बोतल पी जाता है। पता चला कि दोनों ही चीजों ही ठीक नहीं। सबसे ज्यादा जीने वाले वे लोग थे जो डिनर के पहले दो पेग पीते थे। दवाओं में ऐल्कोहॉल होता है, यह इतना बुरा कैसे हो स...