लखनऊ, फरवरी 23 -- रहमानखेड़ा जंगल में 85 दिन से घूम रहे बाघ ने वन विभाग और रेस्क्यू टीम को फिर चुनौती दी। जाल और पिंजरा के पास ही बाघ 23वां शिकार किया। जाल के पास बंधे पड़वे को 50 मीटर तक बाघ खींच ले गया। झाड़ियों में शिकार का कुछ हिस्सा खाया, बाकी छोड़कर जोन तीन के जंगल में लापता हो गया। इस दौरान कॉम्बिंग टीम को जोन एक और जोन तीन के उलरापुर जंगल में बाघ के ताजे पगचिह्न पाये गए। बाघ के जोन दो में मीठे नगर जंगल मे जाने की संभावना जताई जा रही है। इसी रास्ते में डायना और सुलोचना सहित वन कर्मी और विशेषज्ञों की टीम कॉम्बिंग कर रही है। इसके बावजूद तमाम तकनीकों के बाद भी बाघ पकड़ से दूर है। पिछले एक हफ्ते से बाघ की गतिविधियां संस्थान और उलरापुर के जंगलों में पाई जा रही थी। इसलिए उलरापुर से संस्थान आने जाने वाले मार्ग पर जाल और पिंजरा लगाकर खुले म...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.