उरई, दिसम्बर 18 -- जालौन। बौद्धिक काउंसिल ग्रुप के सदस्यों ने नगर में आए अंतर्राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष डॉ. चंद्रपाल यादव को ज्ञापन सौंपकर जालौन राज्य की अंतिम शासिका एवं महान क्रांतिकारी वीरांगना महारानी ताईबाई को उचित सम्मान दिलाए जाने की मांग की। बौद्धिक काउंसिल ग्रुप के अध्यक्ष वाचस्पति मिश्रा व सचिव केसी पाटकार ने अंतर्राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष डॉ. चंद्रपाल यादव को ज्ञापन सौंपकर बताया कि सन् 1840 में महाराजा बालाराव की मृत्यु के बाद अंग्रेजों ने जालौन राज्य को ईस्ट इंडिया कंपनी के राज्य में मिलाने की घोषणा कर दी थी। लेकिन महारानी ताईबाई और जालौन राज्य की जनता ने इस विलय को स्वीकार नहीं किया। बिठूर के पेशवा नाना धुंधपंत ने तात्या टोपे को भेजकर पेशवाई के अधिकार से नाना गोविंद राव की नातिन के पांच वर्षीय बेटे गोविंदराव को जा...