दरभंगा, अक्टूबर 4 -- जाले। शिव बाबा ईश्वरीय विश्वविद्यालय, कछुआ कदम चौक की ओर से आयोजित दशहरा महोत्सव के अंतिम दिन शुक्रवार को ब्रह्मपुर स्थित ऐतिहासिक राजोखर पोखर के पछियारी भिंडे पर बुराई के सबसे बड़े प्रतीक रावण उसके भाई कुंभकरण और पुत्र मेघनाथ का पुतला दहन किया गया। इस मौके पर तीनों का विशालकाय पुतला बनाया गया था। इस कार्यक्रम को देखने के लिए इलाके के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से पीबीके आरती और पीबीके खुशबू ने कहा कि रावण बुराई का सबसे बड़ा प्रतीक है। इसलिए बुराई का समूल नष्ट करने के उद्देश्य से रावण के साथ-साथ उसके भाई और पुत्र का पुतला दहन किया गया। समाज से बुराईयों का अंत करने के लिए हमें आगे आना चाहिए। कार्यक्रम को सफल बनाने में ईश्वरीय विवि के पीबीके प्रीति, काजल, डौली, रोशनी, गीता, हिमांशु, सुधांशु, वीरे...
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