मुजफ्फरपुर, जुलाई 26 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। विश्वविद्यालय सेवा आयोग की तरफ से नियुक्त सहायक प्राध्यापकों के अनुभव प्रमाणपत्रों की जांच में नया मामला सामने आ रहा है। कई संबद्ध और अनुदानित कॉलेजों ने यह लिखकर दिया है कि उनके यहां से सिर्फ एक और दो शिक्षकों को ही अनुभव प्रमाणपत्र जारी किये गये हैं। इसके अलावा जो अनुभव प्रमाणपत्र उनके कॉलेज के नाम के हैं, वह फर्जी हैं। आयोग के पास इन कॉलेजों के नाम पर दर्जनों अनुभव प्रमाणपत्र पहुंच गये हैं। प्राचार्यों के फर्जी दस्तख्त से अनुभव प्रमाणपत्र बनाये जाने का संदेह भी जताया जा रहा है। दो संबद्ध कॉलेजों के अनुभव प्रमाणपत्रों पर प्राचार्यों के जो हस्ताक्षर हैं, वह अलग-अलग हैं। बीआरएबीयू में इस वक्त विवि सेवा आयोग से नियुक्त सहायक प्राध्यपकों के अनुभव प्रमाणपत्रों की जांच की जा रही है। बीआरएब...
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