लखनऊ, अगस्त 7 -- लखनऊ, संवाददाता। साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक हजरत कासिम शहीद बाबा के तीन दिवसीय सालाना उर्स में बृहस्पतिवार को उनकी दरगाह पर जायरीनों ने चादरपोशी कर दुआए मांगीं। इस मौके पर जायरीनों ने दरगाह पर कुरआन की तिलावत कर ईसाले सवाब पेश किया। रात में कव्वालों ने सूफियाना कलाम से समां बांध दिया। उर्स के दूसरे दिन की शुरुआत सुबह तड़के फज्र नमाज के बाद कुरआनख्वानी की नूरानी महफिल से की गई। इसमें शामिल अकीदतमंदों ने कुरान की तिलावत कर इसाले सवाब पेश किया। दरगाह पर दिनभर जायरीनों की ओर से हाजिरी देने और चादर पेश करने का सिलसिला चलता रहा। शाम को मगरिब नमाज के बाद दरगाह कमेटी की ओर से अध्यक्ष इजहार अहमद की अगुवाई में पदाधिकारियों ने चादर पेश की। चादरपोशी के बाद दरगाह के पूर्व सज्जादानशीन स्व. जमीर अहमद खान वारसी के इसाले सवाब के लिए ल...