कन्नौज, अक्टूबर 15 -- तालग्राम, संवाददाता। क्षेत्र के ताहपुर और तालग्राम के मार्गों पर चलने वाली निजी बसों में सुरक्षा मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। स्कूली और कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राएं रोजाना अपनी जान हथेली पर रखकर सफर करने को मजबूर हैं। बसों में क्षमता से दोगुने यात्री ठूंसे जाते हैं। कई छात्र बस की छत या दरवाजे पर लटककर सफर करते दिखाई देते हैं। स्कूल जाने और आने के समय स्थिति सबसे भयावह हो जाती है। अभिभावक रोजाना अपने बच्चों को विदा करते हुए दहशत में रहते हैं कि कहीं कोई हादसा न हो जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि परिवहन विभाग और पुलिस की लापरवाही के कारण यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। हर दिन लगता है जैसे आखिरी सफर हो तालग्राम के बृजभूषण भारतीय इंटर कॉलेज के छात्र अमित कुमार ने बताया कि बस में पैर रखने की जगह नहीं होती। क...