कुशीनगर, फरवरी 24 -- कुशीनगर। पीएचसी सुकरौली पर तैनात चिकित्सक ओपीडी कक्ष में अपना जान जोखिम में डाल मरीजों का इलाज करने को विवश है। अस्पताल का भवन जर्जर हालत में होने से हादसे की आशंका बनी रहती है। विभाग के जिम्मेदार इसका समाधान कराने पर उदासीन बने हुए हैं। सुकरौली ब्लॉक परिसर में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना की गई। अब अस्पताल का भवन पुराना व जर्जर हालत में है। अस्पताल पर प्रतिदिन ओपीडी में 150 से 200 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। अस्पताल जर्जर होने से वहां तैनात चिकित्सक डॉ. धर्मेन्द्र तिवारी, डॉ. विपिन गौतम, डॉ. मनीषा तिवारी, फार्मसिस्ट अशोक पाण्डेय, नेत्र चिकित्सक व एलटी केके सिंह सहित अन्य कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर जर्जर हो चुके अस्पताल में मरीजों का इलाज करने को विवश ह...
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