समस्तीपुर, अगस्त 6 -- आपदा के समय राहत और बचाव कार्यों में सबसे पहले सक्रिय रहने वाले 'आपदा मित्र इन दिनों खुद समस्याओं से जूझ रहे हैं। सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित इन युवाओं को ना तो स्थायी किया गया है और ना ही उन्हें कोई नियमित मानदेय दिया जा रहा है। इससे इनकी आर्थिक और मानसिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। आपदा मित्र बहाल करने का उद्देश्य बाढ़, भूकंप, अग्निकांड जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान त्वरित सहायता पहुंचाना है। इसके तहत जिलों में युवाओं को आपदा प्रबंधन का विशेष प्रशिक्षण देकर उन्हें 'आपदा मित्र के रूप में तैयार किया गया। आपदा मित्रों का कार्यकाल स्थायी नहीं है। इन्हें जरूरत पर बुलाया जाता है और मामूली भत्ता देकर काम कराया जाता है। कई जिलों में वर्षों से इन्हें कोई काम नहीं मिला, जबकि अन्य जिलों में इन्हें जान जो...