सिद्धार्थ, मई 2 -- सिद्धार्थनगर, निज संवाददाता। केंद्र सरकार ने देश में जातीय जनगणना की घोषणा की तो सियासी माहौल गर्म हो गया है। सत्तापक्ष जहां देश हित में लिए गया एतिहासिक फैसला बता रहा है वहीं विपक्ष का कहना है कि वह लंबे समय से इसकी मांग कर रहा था। सरकार उसके दबाव के आगे झुक गई है। जातीय जनगणना के बाद सबको उनकी आबादी के हिसाब से बराबर की भागीदारी मिलने से कोई रोक नहीं सकेगा। --- मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक, एतिहासिक फैसला जातीय जनगणना कराए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषण से विपक्ष सकते में आ गया है। सरकार के मास्टर स्ट्रोक को देख कर विपक्ष की बोलती बंद हो गई है। यह एतिहासिक फैसला है। देश में किस जाति की कितनी आबादी है यह जनगणना से साफ हो जाएगा। उन्हें उसके अनुसार भागीदारी मिल सकेगी जो देश की आजादी के बाद से आज तक संभव नहीं ह...