मुजफ्फरपुर, मई 18 -- मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। केंद्र में बैठी एनडीए की सरकार पिछड़ों का हकमारी करना चाहती है। इसलिए वह जातीय गणना से दूर भाग रही थी। लेकिन, हमारे संघर्ष के कारण उसे मजबूरी में जातीय गणना कराने के लिए मजबूर होना पड़ा। ये बातें रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर क्लब के भीमराव आंबेडकर सभागार में 'बिहार में जातीय गणना एवं आरक्षण की सीमा : समाज और सरकार की भूमिका विषय पर हुए राष्ट्रीय सेमिनार में कही। उन्होंने कहा कि जातीय गणना से मिले आंकड़े ही बहुजन समाज के विकास की राह खोलेंगे। लेकिन, इसके लिए भी हमें आंदोलन की राह पकड़नी होगी। कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने हमेशा ही इसके लिए आवाज बुलंद की। लेकिन, केंद्र में हमारी सरकार नहीं होने से ऐसा नहीं हो सका। बिहार में 17 महीने हमारी सरकार रही। इस दौरान ह...