मुजफ्फरपुर, मई 3 -- मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। केंद्र सरकार के जातीय गणना कराने के निर्णय को अपनी जीत बताने वाले विपक्षी दल केवल भ्रम फैला रहे हैं। सत्ता में रहते उन्होंने कुछ नहीं किया। आजादी के बाद सबसे पहले बिहार में जातीय गणना कराई गई। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली तत्कालीन एनडीए सरकार ने प्रस्ताव पारित किया था। शुक्रवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने ये बातें कहीं। दरअसल, जातीय गणना को लेकर एनडीए पूरे देश में जन जागरण अभियान चला रहा है। इसी क्रम में एनडीए के घटक दलों की एक संयुक्त प्रेस वार्ता में शामिल होने जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और भाजपा के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी प्रभात मालाकार आए थे। नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पूरे मामले पर अपना श्रेय लेना चाह रही है। लेकिन, जातीय गणना...