मेरठ, मई 28 -- भारत रत्न किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह के शिष्य रहे और वर्तमान में उनकी विरासत वाली बागपत लोकसभा सीट से सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान ने उन्हें याद करते हुए बताया कि चौधरी साहब के विचार राजनीतिक और आर्थिक जगत में प्रासंगिक है ही, साथ ही सामाजिक क्षेत्र में भी उनके विचार क्रांतिकारी हैं। वे जाति विहीन समाज के प्रबल पैरोकार थे। चौधरी चरण सिंह भारत के पतन और गुलामी का मुख्य कारण जाति व्यवस्था को मानते थे। चौधरी साहब पर आर्य समाज का गहरा प्रभाव था। उन्होंने जीवन पर्यंत जाति व्यवस्था के उन्मूलन के लिए ठोस एवं व्यावहारिक कदम उठाए। चौधरी साहब ने जातिसूचक नामों से बनी शैक्षणिक संस्थाओं का भी विरोध करते हुए कहा था कि इससे बच्चों की मानसिक भावना संकुचित होती है। उन्होंने जाट हाईस्कूल बड़ौत और बुलंदशहर के जाट स्कूल में प्रधानाध्यापक का पद ...