बरेली, अगस्त 10 -- दो अगस्त को एंटी करप्शन टीम द्वारा अधिशासी अभियंता ग्रामीण प्रथम के कार्यालय से बाबू अजीत कुमार को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इस मामले में अधीक्षण अभियंता ग्रामीण ज्ञानेंद्र सिंह ने एफआईआर मिलते ही बाबू को निलंबित कर विभागीय जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित कर रिपोर्ट मांगी है। जांच समिति ने एफआईआर के मुताबिक एक्सईएन, एसडीओ से जवाब तलब किया है। बिजली निगम में रिश्वत लेकर बिल संशोधन का कार्य पुराना है। बिजली निगम के बाबू अजीत कुमार पांडेय को गिरफ्तार करने के समय एंटी करप्शन टीम को मौके पर मिले बैग से 1.76 लाख रुपये जबकि 69,500 रुपये किराये के घर से बरामद हुए थे। मामले की शिकायत पीड़ित मीरगंज के गूला निवासी आभाष ने की थी। विभागीय जांच के लिए गठित समिति में अधिशासी अभियंता धर्मराज सिंह और ओम प्रकाश सिंह क...