हल्द्वानी, दिसम्बर 10 -- हल्द्वानी, कार्यालय संवाददाता। वनभूलपुरा में जिस जमीन पर बचपन, जवानी गुजरी और अब बुढ़ापा कट रहा है, उसे कहीं न कहीं खोने का डर लोगों को सता रहा है। लोगों के चेहरे उनकी बेचैनी बयां कर रहे हैं। लोग बस दुआएं कर रहे हैं कि कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में आए। मंगलवार को फैसले की तारीख से एक दिन पहले 'हिन्दुस्तान' ने वनभूलपुरा में लाइन नंबर पांच से लेकर कई इलाके में पड़ताल की। दोपहर 12:15 बजे रेलवे स्टेशन से पुलिस, पीएसी और रेलवे के जवानों का फ्लैग मार्च चला। रास्ते में फ्लैग मार्च को देख रहे लोगों के चेहरे पर उदासी थी। खिड़की-दरवाजों से झांक रहे लोगों के चेहरे साफ बता रहे थे कि सुप्रीम कोर्ट से आने वाला फैसला उनके लिए कितने मायने रखता है। एक बुजुर्ग का कहना था कि 1970 से वह यहां रह रहे हैं। उनके पास कागजात भी हैं। लेकिन आ...