नई दिल्ली, जून 25 -- कैश कांड में बुरे फंसे जस्टिस यशवंत वर्मा पर संसदीय पैनल ने भी सवाल उठाए हैं और सरकार से पूछा है कि आखिर उनके खिलाफ अब तक कोई एफआईआर क्यों नहीं दर्ज हुई। मंगलवार को कानून एवं न्याय मामलों की संसदीय समिति की मीटिंग हुई, जिसमें सांसदों ने न्यायपालिका में भ्रष्ट आचरण को लेकर चिंता जताई। सांसदों ने कहा कि एक जज के यहां बड़े पैमाने पर कैश पाया जाना सोचने वाली बात है। इसके अलावा उन्होंने जजों के राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने और संपत्ति घोषित करने में देरी को लेकर भी सवाल उठाया। सदस्यों का सीधा सवाल यही था कि दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के घर पर जब बड़े पैमाने पर कैश पाया गया तो इस मामले में एफआईआर क्यों नहीं हुई है। फिलहाल जस्टिस वर्मा इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज हैं और इस कांड के बाद उनका ट्रांसफर हो गया ...