नई दिल्ली, मई 29 -- दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर में बड़े पैमाने पर कैश पाए जाने की घटना ने न्यायिक क्षेत्र में भूचाल ला दिया था। मार्च में सामने आए इस प्रकरण ने अदालतों की पवित्रता पर सवाल खड़े किए तो तत्कालीन चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने तीन जजों की कमेटी बनाकर मामले की जांच कराई। इस कमेटी ने उन्हें रिपोर्ट सौंप दी थी, जिसमें उनकी भूमिका को गलत पाया गया। जस्टिस संजीव खन्ना ने तुरंत ही जस्टिस यशवंत वर्मा को इस्तीफे का विकल्प दिया। इससे जस्टिस वर्मा ने इनकार कर दिया था और अब उनके खिलाफ महाभियोग का ही रास्ता बचा है। इसी मकसद से पूर्व चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने फाइल को राष्ट्रपति और पीएम के पास भेज दिया। अब माना जा रहा है कि मॉनसून सेशन से पहले कैबिनेट की तरफ से महाभियोग का प्रस्ताव लाने को मंजूरी दी सकती है। इसके बाद राज्यसभा म...