रांची, अक्टूबर 10 -- रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो जसोवा दिवाली मेला का दूसरा दिन झारखंड की कला, संस्कृति, और परंपरा का जीवंत उदाहरण बना। यहां मंच पर अलग-अलग प्रस्तुतिया, व्यावसायिक स्टॉल्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मेले को यादगार बना दिया। मुख्य आकर्षण: दीप्तशिखा और एकस्थ बैंड ने (सेंट माइकल स्कूल फॉर द ब्लाइंड ) ने प्रेरणादायक संगीत प्रदर्शन दिया, जिसके संगीत और नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ज्ञात है कि यह बैंड नेत्रहीन विद्यार्थियों द्वारा संचालित है। प्रभात कुमार महतो और उनकी टीम ने मानव शैली की छऊ नृत्य प्रस्तुतियों से महिषासुर मर्दिनी की कथा जीवंत की। बता दें कि प्रभात महतो अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार हैं, जिनकी प्रस्तुति को खूब सराहा जाता है। वहीं, लोक कलाकार लखन गुड़िया और उनकी टीम ने पारंपरिक मुंडारी लोकगीतों और ...