गंगापार, फरवरी 26 -- विकास खंड के राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय जसरा में सभी तरह के चिकित्सकीय उपचार की ब्यवस्था की गई है। प्रतिदिन अस्पताल प्रांगण में मरीजों को योग की शिक्षा अस्पताल में नियुक्त योगाचार्य द्वारा दी जाती है। राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय का नाम अब आयुष्मान आरोग्य मंदिर हो गया है। जसरा अस्पताल के चिकित्साधिकारी डा एके सरोज ने बताया कि इसमें आयुर्वेदिक पंचकर्म चिकित्सा पद्धति से रोगियों का इलाज किया जाता है। आयुर्वेद में दो प्रकार की चिकित्सा होती है। पहला संशमन चिकित्सा व दूसरा संशोधन चिकित्सा। संशमन चिकित्सा में औषधियों का प्रयोग करके योग को उत्पन्न करने वाले कारणों का शमन किया जाता है। किन्तु संशोधन चिकित्सा में रोग उत्पन्न करने वाले दोषों को बाहर निकाल दिया जाता है जिसमें पुनः रोग उत्पन्न न हो। पंचकर्म मुख्यतः संशोधन चिकि...