गंगापार, अक्टूबर 5 -- कस्बा भारतगंज स्थित मोहल्ला क़दम रसूल में शनिवार रात्रि जश्ने गौश-उल-वरा व मुनव्वर अली शाह कॉन्फ्रेंस का आयोजन बड़े ही अकीदतमंदाना माहौल में किया गया। अध्यक्षता पीरे तरीक़त गद्दीनशीन सैय्यद कामिल मियां ने की, अपने ख़िताब में कहा कि ज़िन्दगी और आख़िरत दोनों को संवारने के लिए बच्चों की दीनी व दुनियावी तालीम पर माता-पिता को विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने हज़रत गौस-ए-पाक अब्दुल क़ादिर जिलानी व हज़रत मुनव्वर अली शाह रहमतुल्लाह अलैह के जीवन पर रोशनी डालते हुए इल्म और तालीम को इंसानी तरक्की की बुनियाद बताया। प्रयागराज के शायर समीर ने जब पढ़ा "शाह मुनव्वर है या सूरत गौस-ए-पाक की...तो महफ़िल झूम उठी। वहीं डा. अफसर अली ने जब पढ़ा "सोच अगर तू सोच सके, मुहम्मद कैसे हैं? सोच जिनके कदम अर्स-ए-मुअल्ला...से समा बांध दिया। मौके पर ...