भागलपुर, मार्च 22 -- भागलुर, वरीय संवाददाता। बुढ़ापे में होने वाली मोतियाबिंद की बीमारी अब युवाओं को तेजी से अपना शिकार बना रही है। जवां उम्र में ही न केवल युवाओं की आंखें मोतियाबिंद की मार से बूढ़ी हो रही हैं, बल्कि युवाओं की नजर धुंधली हो रही है। बीते पांच सालों में युवाओं में मिलने वाली मोतियाबिंद की बीमारी की रफ्तार दोगुने से भी तेज हो चली है। इस साल सीजन में 329 मोतियाबिंद के मरीजों की हुई सर्जरी जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के नेत्र रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. पम्मी राय बताती हैं कि इस साल सीजन (दिसंबर 2024 से 20 मार्च 2025) में कुल 329 मोतियाबिंद के मरीजों का ऑपरेशन किया गया। जबकि दिसंबर 2019 से 20 मार्च 2020 के बीच 153 मोतियाबिंद के मरीजों का ऑपरेशन किया गया था। क्योंकि 23 मार्च के बाद मायागंज अस्पताल को कोविड अस्पताल मे...