गौरीगंज, मई 11 -- अमेठी। रविवार को स्थानीय डाक बंगले में आयोजित जल साक्षरता अभियान की समीक्षा बैठक में भूगर्भ जल स्तर की गिरावट और जल स्वराज की दिशा में ठोस पहल पर गहन चर्चा की गई। यह अभियान 26 अप्रैल से 2 मई तक अमेठी जलबिरादरी के संयोजन में अमेठी, कानपुर, लखनऊ, रायबरेली व बाराबंकी जिलों में संचालित किया गया था। बैठक में रैमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता जलपुरुष डॉ. राजेन्द्र सिंह, डॉ. अर्जुन पाण्डेय, डॉ. अभिमन्यु कुमार पाण्डेय, पर्यावरणविद् पारसनाथ प्रसाद और समाजसेवी रत्नेश गौतम ने भाग लिया। समीक्षा में रेलनीर व कोकाकोला को अमेठी के अत्यधिक जलदोहन के लिए ज़िम्मेदार ठहराया गया। वहीं, बाराबंकी में पिपरमिंट की खेती को जल संकट का कारक माना गया। कानपुर के सीसामऊ नाले, लखनऊ की गोमती नदी और रायबरेली की गंगा को जल प्रदूषण का शिकार बताया गया। इस दौरा...