लखनऊ, सितम्बर 10 -- जल निगम कर्मियों और पेंशनरों ने मंगलवार को निगम के राणा प्रताप मार्ग स्थित प्रधान कार्यालय पर सभा कर प्रदर्शन किया। सभा के दौरान जल निगम संघर्ष समिति की ओर से श्वेत पत्र जारी किया गया। इस दौरान समिति के नेताओं ने वेतन और पेंशन को ट्रेजरी से सम्बद्ध किए जाने और जल निगम का विभाजन को रद्द किए जाने की मांग की। संयोजक वाईएन उपाध्याय ने कहा कि जल निगम 1994 से लेकर 1975 तक राजकीय विभाग रहा। वेतन व पेंशन ट्रेजरी से मिलती थी। जल निगम बनने के बाद वेतन - पेंशन ट्रेजरी से देना बंद कर दिया गया। एसपी मिश्रा ने कहा कि वर्ष 1997 से सेन्टेज राशि 22 प्रतिशत से घटाकर 12.5 प्रतिशत कर दी गयी। जिससे वित्तीय स्थिति खराब हो गयी। सितम्बर 2021 को जल निगम को दो टुकड़ो में बांट दिया गया। जिससे दोनों निगमों असन्तुलन हो गया। एक निगम में छह माह से व...