मोतिहारी, जून 29 -- शहर के विभिन्न मोहल्लों में भू-गर्भ जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है। पर्यावरण असंतुलन, प्राकृतिक जलस्रोतों की उपेक्षा, शहरीकरण के लिए पेड़ों की लगातार कटाई व सरकारी नियमों की अनदेखी कर लगातार कराई जा रही डीप बोरिंग की वजह से भू-गर्भ जलस्तर तेजी से नीचे भाग रहा है। लोगों को पेयजल की व्यवस्था के लिए रोजाना भागदौड़ करनी पड़ रही है। डॉ. अजय कुमार, मुन्ना गिरि, रवि नारायण राय, प्रमोद कुमार सिन्हा, अशोक कुमार सिंह, ब्यंकटेश शर्मा आदि ने बताया कि पूर्वी चंपारण जिले में भू-गर्भीय जलस्तर (ग्राउंड वाटर लेवल) में तेजी से गिरावट हो रही है। कृषि व गार्डेनिंग के बढ़ते दबाव और हैंडपंप के बढ़ते उपयोग के चलते जलस्तर औसतन 12-21 फिट नीचे जा चुका है। बिहार सरकार की आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में भी पूर्वी चंपारण का प्री‑मानसून जलस्तर 2020 में 5.5...