खगडि़या, नवम्बर 3 -- खगड़िया। निज प्रतिनिधि जलवायु परिवर्तन से प्राकृतिक आपदा से मानव जीवन पर प्रतिकूल असर पड़ता है। सूखा से लेकर बाढ़ की स्थिति में वृद्धि होती है। साथ ही तुफान की स्थिति में बढ़ोत्तरी होती है। खाद्य और जल सुरक्षा को खतरा, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती है। तटीय क्षेत्रों का क्षरण शामिल है। इसके समाधानों में नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना, वनों की कटाई रोकना, ऊर्जा और संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करने से लेकर टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाना है। जलवायु परिवर्तन से होने वाले दुस्प्रभावों की बात करें तो लोगों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पर डालता है। अत्यधिक गर्मी, ठंड, बारिश पर असर डालता है। प्रदूषण और जलजनित रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। बदलते वर्षा पैटर्न से कृषि उत्पादन प्रभावित होता है। जल की कमी हो सकती है। प्राकृतिक आपदाओं से लोगों...