श्रीनगर, अक्टूबर 14 -- हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के चौरास परिसर में जारी हिमालयी क्षेत्र में एरोसोल, वायु गुणवत्ता एवं जलवायु परिवर्तन पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन मंगलवार को विभिन्न विषयों पर केंद्रित अनेक समानांतर वैज्ञानिक सत्र आयोजित किए गए। संगोष्ठी के संयोजक डॉ. आलोक सागर गौतम ने बताया कि सत्रों में देश-विदेश के वैज्ञानिकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने भाग लिया और पर्यावरणीय चुनौतियों से जुड़े विविध पहलुओं पर विचार-विमर्श किया। वक्ता डॉ. रंजीत कुमार ने ग्लोबल एयर क्राइसिस ब्रिजिंग ट्रेडिशनल विस्डम एंड मार्डन साइंस पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कहा कि वायु प्रदूषण केवल एक तकनीकी या वैज्ञानिक समस्या नहीं है, बल्कि यह हमारी जीवनशैली, संस्कृति और ज्ञान परंपरा से गहराई से जुड़ा हुआ विषय है। उन्होंन...