चाईबासा, सितम्बर 13 -- गुवा, संवाददाता। बड़ाजामदा को लौहांचल का औद्योगिक नगरी भी कहा जाता है। लेकिन, बड़ाजामदा बाजार, थाना, बॉर्डर, फुटबॉल मैदान, टंकीसाई, भठ्ठीसाई, स्टेशन रोड समेत आवासीय क्षेत्र की सड़कें हल्की वर्षा होने के बाद तालाब व दलदल में तब्दील हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में यहां के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हो जाते हैं। मालूम हो कि बड़ाजामदा में जलजमाव की समस्या दशकों वर्षों पुरानी है। इस समस्या का स्थायी समाधान आज तक सरकार, तमाम स्तर के जनप्रतिनिधि अथवा औद्योगिक हस्तियां आज तक नहीं कर सकी हैं। पांच वर्ष पूर्व तक बड़ाजामदा क्षेत्र में 200 से अधिक लौह अयस्क क्रेशर, दर्जनों वैद्य-अवैध खदानें संचालित थीं। बड़ाजामदा रेलवे साइडिंग से लेकर सड़क मार्ग से प्रतिदिन हजारों टन लौह अयस्क भेजा जाता था। सभी बड़ी कंपनियों के कार्यालय यहां स्थ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.