गढ़वा, जून 7 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। शहरी क्षेत्र का विकास योजनाबद्ध तरीके से नहीं हुआ। लंबे समय तक पूरा जिला नक्सलियों के आतंक से परेशान रहा। ग्रामीण इलाकों से लोग नक्सलियों के डर से पलायन कर शहर में आकर बसने लगे। शहरी क्षेत्र की बड़ी आबादी ऐसे लोगों की है। गढ़वा को शहरी निकाय का दर्जा वर्ष 2007 में मिला। उसके बाद से शहरी क्षेत्र का विस्तार लगातार होता गया। आमतौर पर शहरी क्षेत्र में आकर गांव के लोग ही बसते गए। पहले लोग जैसे तैसे घर बना लिए और आज मोहल्ला भी बस गया। यही वजह है कि नगर परिषद को भी जल जमाव से निजात के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उसके बाद भी नगर परिषद तेजी से जल जमाव की समस्या को दूर कर रही है। शहर की सहिजना, चिनिया रोड सहित अन्य जगहों पर सबसे ज्यादा जल जमाव की समस्या उत्पन्न होता था। कुछ इलाकों जल जमाव की समस्या को...