गुमला, जून 29 -- चैनपुर, प्रतिनिधि। चैनपुर प्रखंड के मालम पंचायत अंतर्गत कतारीकोना मिडिल स्कूल में असुर जनजातीय बच्चे जान जोखिम में डालकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। विद्यालय की बिल्डिंग पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। छत से प्लास्टर गिरना आम बात हो गई है। बरसात के दिनों में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। जिसके कारण बच्चों को बरामदे में बैठा कर पढ़ाई करानी पड़ती है, परंतु बरामदा भी अब सुरक्षित नहीं बचा है। विद्यालय में 18 आदिम जनजातीय छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। जो पहाड़ों की तलहटी में बसे इस गांव से शिक्षा की आस लेकर स्कूल पहुंचते हैं। शिक्षक सुभाष तिर्की बताते हैं कि कई बार विभाग को भवन मरम्मत के लिए पत्राचार किया गया,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। विद्यालय विकास अनुदान राशि का समुचित उपयोग नहीं होने से हालात बदतर बने हुए हैं। बच्चों को न तो समय प...