देवघर, अगस्त 9 -- देवघर। देवघर को सन 2010 में नगर पालिका से नगर निगम का दर्जा प्राप्त हुआ। यह वह समय था जब शहरवासियों की उम्मीदों को जैसे नए पंख लग गए थे। लोगों को विश्वास हुआ कि अब उनके शहर की तस्वीर बदलेगी। गलियों में आधुनिक सीवेज व्यवस्था होगी, पीने के पानी की पर्याप्त सुविधा मिलेगी, कूड़ा प्रबंधन की समुचित व्यवस्था होगी और सबसे जरूरी मोहल्लों की सड़कें दुरुस्त होंगी। लेकिन बीते पंद्रह वर्षों की हकीकत देखें तो इन उम्मीदों की तस्वीर धुंधली ही नहीं बल्कि बुरी तरह ध्वस्त नजर आती है। देवघर नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला वार्ड संख्या 27 का ज्योति नगर मोहल्ला इस कड़वी सच्चाई की जीती-जागती मिसाल बन चुका है। यहां की सड़कों की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि रोजमर्रा की आवाजाही एक चुनौती से कम नहीं है। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर हिन्दुस्तान स...